Wednesday 12 December 2012

लो बीता 12/12/12 ........ सदी का आखरी तिथी संयोग

कीसी भी साल मे न तो तेरवा महीना होगा और न ही 13/13/13 या 14/14/14 जैसे आकडे देखने को मीलेगे हम लेकीस्मत वाले है जिन्हों ने 1/1/2001 से लेकर 12/12/12 देखा जो अब अगली सदी मे ही देखने को मीलेगा जैसे 1/1/3001 से ले कर 12/12/3012 और यह हमारे लीये संभव नही { खास कर मेरे लीये तो संभव नही है } |
                                          पीछ्ले कई दीनों से सदी के इस अंतिम तीथी संयोग को ले कर बहुत से लोगो ने बड़ी अजीबो गरीब हसराते पाली हुई थी | शादी , खरीदी , उध्घाटन तो समझ मे आता है | पर कुछ लोगो ने तब हद पार करदी जब उन्हों ने आने वाले बच्चे को 12/12/12 तय कर बच्चे की माँ को हास्पीटल मे भर्ती करवा दीया और यांहा भगवान ने उनकी चाहात पूरी करने से जैसे इंकार कर दीया | और बच्चे का जन्म माँ -बाप , डाक्टर सब मील कर भी बच्चे को सदी का अंतिम तिथी  संयोग 12/12/12 जन्म दीन के रूप मे नही दे पाये |

इससे पूरी तरह से यह तय हो गया की जन्म और मृत्यु इंसान के हाथ मे नही | हजारो पैसे वाले माँ बाप ने पूरी दुनीया मे आज के दीन अपने बच्चे को इस दुनीया मे लाने हेतु माँ बनने वाली महीलाओ को बड़े से बड़े डाक्टर और हास्पीटल मे भर्ती करवाया था | पर उनमे से कुछ बच्चे ही इस सदी की अंतिम तीथी संयोग को अपने जन्म दीन के रूप मे पा सके और दूसरी और दुनीया मे हजारो   गरीब माँ बाप   हजारो बच्चो को बीना कीसी पूर्व त्यारी और चाहात के  जन्म दीया  | यह भी एक संकेत है की मानो  भगवान उन माँ बाप को कह रहा हो जिन्हों ने बच्चे को 12/12/12 को ही दुनीया मे लाने हेतु त्यारी कीथी की लो जी गुजर गया 12/12/12 आप चाहाकर भी अपने आने वाले बच्चे को 12/12/12 नही दे पाये जी |

                        अंत मे केवल यही कहुगा होइये वही जो राम रची राखा .......... हमारी -आप की चाहत केवल ईश्वर पर निर्भर होती है |

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